उत्तर प्रदेश

पीड़ित महिला को नहीं मिला न्याय उल्टा ही चौकी प्रभारी ने दी धमकी

सीतापुर जिले की बिसवां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सत्तिनपुरवा में कुछ दिन पूर्व किराए पर रह रही पीड़ित महिला पूनम भार्गव अपने पति कल्लू व 10 वर्ष के पुत्र करन के साथ मकान मालिक सूरज चौरसिया के मकान में किराए पर पिछले दो वर्षों से रह रही थी कुछ समय पहले महिला से 26 हजार रुपया तीन किस्तों में उधार ले लिया फिर कुछ समय बाद मकान मालिक सूरज चौरसिया व जगदीश चौरसिया व 8 अन्य अज्ञात साथियों के साथ मिलकर महिला व उसके पति, उसके पुत्र के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया उसके कमरे पर रखे 10 हजार रुपया सोने के कुंडल, सोने का मंगलसूत्र चांदी की पायल वगैरह उठा लिया और कमरे पर ताला लगाकर उसकी समस्त गृहस्थी पर कब्जा कर लिया पीड़ित महिला ने डायल 112 को सूचना देकर बुलाया फिर सभी को कोतवाली ले जाया गया अपनी तहरीर दी फिर अगले दिन जब पीड़ित महिला को पुलिस के कहने पर अपने घर वापस गई तो फिर से मारपीट होने लगी बीचबराव कर वीडियो बना रही युवती के साथ भी दबंग सूरज चौरसिया व जगदीश चौरसिया छेड़खानी व मारपीट करने लगे जिसकी लिखित सूचना बिसवां कोतवाली में दी।
यहां पर विपक्षी सूरज चौरसिया के परिवार से भी एक फर्जी तहरीर लेकर दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। पर खेल तो धाराओं में ही था पीड़ित के सहयोग में आई युवती की तरफ से सामान्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया विपक्षी की तरफ से गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
फिर बाद में दोनों पक्षों में आपसी सहमत से सुलह कर लिया।

फिर बाद में बात वहीं पर आई पीड़ित महिला पूनम की उसकी तहरीर और उसके साथ हुई घटना का क्या हुआ

उसका ना तो मुकदमा दर्ज किया गया और ना ही उसकी गृहस्थी का सामान दिलाया गया वह चौकी प्रभारी मंजीत के साथ कोतवाली के चक्कर लगाती रही और भरी ठंड में खुले आसमान के नीचे रोड पर अपने बीमार पति व बच्चें के साथ रहने को मजबूर रही और बिसवां कोतवाली पुलिस जानबूझकर भी सोती रही।
फिर पीड़ित महिला पूनम ने जिलाधिकारी कार्यालय को एक शपथपत्र सौंपा जिसमें अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की जानकारी दी पर दो दिन से ज्यादा वह महिला नहीं बैठ सकी बीमार पति व बच्चें की जिम्मेदारी ने उसको पूरी तरह तोड़ दिया फिर उसको जानकारी मिली कि 15 जनवरी 2025 को राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई करेंगी फिर क्या था पीड़ित महिला ने एक बार फिर भरी गलन में बिसवां से मुख्यालय का रास्ता तय किया और अपनी लिखित शिकायत राज्य महिला आयोग सदस्य को सौंपकर अपनी दास्तान सुनाई जाते हुए बात करते दिखी डॉ प्रियंका मौर्या और मीडिया के कैमरे पर तत्काल गृहस्थी का सामान दिलाकर अन्य मामले में जांचकर दोषियों पर कार्रवाई के लिए कहा।
मौके पर मौजूद महिला थानाध्यक्ष ने लिखित शिकायत लिया और साथ में मौजूद मधु यादव ने तत्काल कोतवाली प्रभारी बिसवां को फोन कर तत्काल गृहस्थी का सामान दिलवाने के लिए जानकारी दी।
फिर आज 6 दिन से ज्यादा बीत गए है कोतवाली प्रभारी टीपी सिंह से लेकर चौकी प्रभारी मंजीत के चक्कर लगाते लगाते थक गई पर सामान तो नहीं मिला मिली तो कोतवाली प्रभारी के सामने धमकी।

पीड़िता से फोन पर जानकारी लेते हुए पीड़ित महिला पूनम ने बताया कि कोतवाली गए थे वहां कोतवाल साहब ने कोई रिकॉर्डिंग दारोगा मंजीत को सुनाई तो वो मेरे ऊपर बहुत झल्लाते हुए उन्हीं के सामने कहा तुमको सामान तो दिलवा देंगे पर तुमको अपने क्षेत्र में किसी के भी वहां किराए पर रहने नहीं देंगे निकलवा देंगे मेरे क्षेत्र में अब तुम नहीं रह पाओगी पीड़ित महिला पूनम व उसका परिवार काफ़ी भयभीत हो गया है क्या ऐसे ही मनमानी कोतवाली पुलिस की चलती रहेगी या इन लोगों पर भी कार्रवाई की तलवार चलेगी।

देखना तो अब आगे होगा क्या पीड़ित महिला पूनम का मुकदमा दर्ज कर उसकी गृहस्थी का सामान वापस दिलाया जाएगा और दोषियों व लापरवाह कोतवाली पुलिस के ऊपर कार्रवाई होगी या नहीं।

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