उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की समीक्षक बैठक

फतेहपुर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति(शासी निकाय) की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने स्वास्थ्य से सम्बंधित संचालित योजनाओ व कार्यक्रमो की प्रगति की अद्यतन स्थिति को जाना और संबंधितो को आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं पूर्व की बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन आख्या की पुष्टि की। समीक्षा के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी द्वारा क्षय रोगियों के लाभार्थियों का भुगतान समय से न होने एवं विजयीपुर प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान समय से न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ कोषाधिकारी को निर्देश दिए कि जब तक लाभार्थियों का भुगतान नहीं हो जाता है तब तक उक्त अधिकारियों का वेतन आहरित न किया जाय, के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि क्षय रोग के लाभार्थी एवं पीएमजेएसवाई के 95 प्रतिशत लाभार्थियों जिनके बैंक खाते उपलब्ध है का भुगतान के कार्य को प्रमाणित करें तभी वेतन आहरित किया जाय। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों से कहा कि अपने दायित्वों का निर्वाहन पूरी संवेदनशीलता के साथ करते हुए मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराए । उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि जनपद में अपने–अपने क्षेत्र के जितने ए–पीएचसी प्रसव के लिए अभी तक क्रियाशील नहीं हुए है, कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि 20 अप्रैल 2025 तक हर हाल में प्रसव से संबंधित सभी व्यवस्थाएं कराते हुए क्रियाशील कराए एवं संस्थागत प्रसव का प्रतिशत बढ़ाया जाय , साथ ही सभी केन्द्रों में आयुष्मान गोल्डन कार्ड कम से कम 500 प्रति माह बनाए जाय और रिपोर्ट से अवगत कराए अन्यथा नियमानुसार कार्यवाही तय की जाएगी, साथ ही इस कार्य में निगरानी बनाए रखने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि आभा आईडी बनाए जाने के कार्य में तेजी लाई जाय। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण कराते हुए सभी जांचे व अनुमन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराये साथ ही गर्भवती महिलाओ व बच्चों का टीकाकरण समय से कराते हुए पोर्टल पर फीड कराये एवं हाईरिस्क गर्भवती महिलाओ की नियमित जाँच कराए और सभी अनुमन्य स्वास्थ्य सुविधाएं संवेदनशीलता के साथ मुहैया कराये, का विशेष ध्यान रखें। गर्भवती महिलाओं को हाईरिस्क के बारे में जरूरी जानकारी देते हुए जागरूक किया जाय। स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि अपने –अपने क्षेत्र के सीएचओ की उपस्थिति वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सुनिश्चित करे साथ ही ई–संजीवनी के तहत सीएचओ, एमओ मरीजों के परामर्श का प्रतिशत बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि विशेष संचारी रोग(01 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक) एवं 10 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक दस्तक अभियान के सफल संचालन के लिए जिन ब्लाकों में शिक्षक, पंचायत सहायक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान, सभासद, वार्ड मेंबर का संवेदीकरण(ओरिएंटेशन) अभी तक नहीं हुआ है, का तत्काल कराने के निर्देश संबंधितों को दिए एवं कहा कि बनाए गए माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया जाय। प्रतिदिन कराए गए कार्यों की गतिविधियों से अवगत भी कराने के निर्देश संबंधितों को दिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आर0बी0एस0के0) टीम के द्वारा वाहन के अभाव में बच्चों की स्क्रीनिंग का कार्य नहीं किया गया है, पर वाहन उपलब्ध कराने वाली एजेंसी पर किए अनुबंध की शर्तों के अनुरूप पेनाल्टी लगाए जाने के निर्देश संबंधितों को दिए। उन्होंने कहा कि जो आशा बहुएं अच्छा कार्य कर रही है को चिन्हित कर सम्मानित किया जाय साथ है, जो अच्छा कार्य नहीं कर रही है को चिन्हित कर नियमानुसार कार्यवाही की जाय। बी0एच0एस0एन0डी0 दिवस में सभी अनुमन्य जांचे/स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाय। उन्होंने कहा कि आशा एवं अंगनबाडी कार्यकत्रियो के मध्यम से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और आवश्यकतानुसार नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र मे जांचे व दवाएं दिलाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजीव नयन गिरी, सीएमएस पी0के0 सिंह, डीपीएम लालचंद्र गौतम, जिला पंचायत राज अधिकारी , जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहित समस्त एमओवाईसी, खंड विकास अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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