एक इंटरलॉकिंग के तीन एस्टीमेट बने जिम्मेदारो द्वारा कार्यवाही शून्य

ग्राम पंचायत अंदू नसीरपुर विकासखंड सकरन की सबसे बदरंग वाबदनाम ग्राम पंचायत है जहां पर इंटरलॉकिंग के नाम पर एक ही कार्य की तीन एस्टीमेट बनाए गए तोदो ऐस्टीमेटियों का भुगतान भी किया गया इधर-उधर कंप्यूटर में छेड़छाड़ करवा कर फोटो में मतभेद पैदा करके भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश की गई लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा अब तक तीसरा एस्टीमेट जारी होने के बाद भी कार्यवाही न किया जाना यह साबित करता है कि भ्रष्टाचार को संरक्षण जिम्मेदार ही दे रहे हैं क्योंकि इस ग्राम पंचायत में चक मार्ग तालाब खुदाई अदि मनरेगा के कार्यों में लाखों का घोटाला फर्जी लेवर हाजिरी लगाकर फोटो से फोटो अपलोड किया गया है लेकिन जिम्मेदारों के संरक्षण के चलते ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है अब इसकी शिकायत ग्रामीणों ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को शपथ पत्र भेजकर की है जब ग्रामीणों से बात की गई तो ग्रामीण समर दनकुन महाराज सतीश महेश फूल कली आदि ने बताया कि प्रधान सचिव रोजगार सेवक के द्वारा मिलकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है यदि निष्पक्ष जांच हो जाए तो लगभग 20 लख रुपए का घोटाला उजागर होना चाहिए लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है आखिर क्यों बना क्षेत्र में चर्चा का सवाल आखिर जिम्मेदार ध्यान देंगे या भ्रष्टाचार को मिलेगा बढ़ावा चर्चा का विषय