न्यायालय के न्यायाधीशों की अध्यक्षता में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

हमीरपुर -: जनपद में दिवानी न्यायालय परिसर में जनपद न्यायाधीश मनोज कुमार राय, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन व तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, ज्ञान प्रकाश सिंह, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, अरूण कुमार मल्ल, अध्यक्ष, जिला अधिवक्ता संघ,भगवान दास दीक्षित, अध्यक्ष, प्रैक्टिस एंड प्रोसेसिंग बार, मनीराम वर्मा, प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीशप्रलाद सिंह-II स्थाई लोक अदालत, प्रमोद कुमार-IV, लोक अदालत के नोडल अधिकारी/विशेष न्यायाधीश (आ0व0अधि0), अनिल कुमार खरवार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश (एस0सी0/एस0टी0 एक्ट) उदय वीर सिंह, अपर जिला जज/विशेष न्यायाधीश (द0प्र0क्ष0), रनवीर सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, विनय कुमार सिह-IV, सिविल जज (सी0डि0), निहारिका जायसवाल, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अभिषेक त्रिपाठी, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महेन्द्र कुमार पाण्डेय, सिविल जज(सी0डि0)/एफ0टी0सी0,वन्दना अग्रवाल, सिविल जज (जू0डि0)/ एफ0टी0सी0, शैली शरण उपस्थित रहे। वादो का निस्तारण आपसी सुलह समझौता के आधार पर कराया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश से कुल-01,प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय से कुल-31, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण से कुल-29, विशेष न्यायाधीश (आ0व0अधि0) से कुल-144, विशेष न्यायाधीश (द0प्र0क्ष0) से कुल-03, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से कुल-1366, सिविल जज (सी0डि0) से कुल-58, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से कुल-130, सिविल जज (सी0डि0)/एफ0टी0सी0 से कुल-49, पकंज कुमार कुशवाहा, सिविल जज (जू0डि0) राठ कुल-182, सिविल जज (जू0डि0)/एफ0टी0सी0 से कुल-73, बृजेश कुमार पटेल सिविल जज (जू0डि0) मौदहा कुल-372, श्री शशांक गुप्ता, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राठ द्वारा कुल-754, इस प्रकार समस्त न्यायालयो से कुल-3192 वाद निस्तारित किये गये एवं राजस्व विभाग द्वारा कुल-10085 वादों का निस्तारण व एल0डी0एम0 श्री संगम लाल मिश्रा, इंडियन बैंक, हमीरपुर के अनुसार जनपद में स्थापित समस्त बैंकों के कुल 17562 मामलों में से कुल-365, वादों का निस्तारण हुआ। इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल-13642 वादों का निस्तारण हुआ इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंको व राजस्व द्वारा सुलह समझौते के आधार पर मु0- 4,71,08,279/-रू0 की धनराशि प्राप्त हुई। इसी प्रकार न्यायालय द्वारा निस्तारित वादों में भी लगभग मु0- 96,59,506/-रू0 की धनराशि समझौते के रूप में प्राप्त हुयी। तथा न्यायालय व राजस्व, बैंक द्वारा कुल मु0- 5,67,67,785/- रू0 की धनराशि समझौते के रूप में प्राप्त हुई।