उत्तर प्रदेश

प्रयागराज कुम्भ में होगा ललितपुर के स्थानीय उत्पादों का जलवा

मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रयागराज कुम्भ में लगेगा ललितपुर आकांक्षा हाट
हाथ से बने बांस उत्पाद, दैनिक उपयोग की वस्तुओं सहित दाल यूनिट व खिलौनों का होगा प्रदर्शन
आकांक्षा हाट लगाने जिले से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
महिलाओं और बालिकाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार की दृष्टि से सशक्त बनाना ही हमारा उद्देश्य : आकांक्षा समिति

ललितपुर। महिलाओं एवं बालिकाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जोड़कर उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रत्येक जिले में आकांक्षा समिति का गठन किया जाता है, जिसमें जिले के जिलाधिकारी की धर्मपत्नी इस समिति की अध्यक्ष के रुप में नामित होती हैं, जिनकी अध्यक्षता में समिति की सभी गतिविधियां सम्पन्न की जाती हैं। इसी क्रम में जिला स्तरीय आकांक्षा समिति की अध्यक्षा/जिलाधिकारी की धर्मपत्नी निष्ठा त्रिपाठी द्वारा जनपद के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रयागराज कुम्भ में आकांक्षा हाट लगाये जाने के लिए वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि आकांक्षा समिति उत्तर प्रदेश के सहयोग से प्रयागराज कुम्भ मेले में जनपद के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के प्रोत्साहन हेतु आकांक्षा हाट का प्रदर्शन किया जाना है, जिस हेतु मुख्यमंत्री द्वारा जनपद को एक स्टॉल भी आवंटित किया गया है, जहां जनपद की महिलाओं के द्वारा अपने लोकल उत्पादों यथा-हांथ से बने बांस के उत्पाद, महिलाओं द्वारा संचालित दाल यूनिट, खिलोने, दैनिक उपयोग की वस्तुएं आदि का प्रयागराज कुम्भ में प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाएगा। इससे पहले इन्दिरागांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में भी जनपद का आकांक्षा हाट लगाया जा चुका हैं, जिससे प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने प्रयागराज कुम्भ में हाट लगाये जाने का निर्णय लिया है। बताया कि आकांक्षा समिति, एक स्वैच्छिक पंजीकृत गैर-सरकारी संगठन है, जो उत्तर प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों की पत्नी संघ की विकास शाखा है। सन 1987 में तत्कालीन मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश की पत्नी श्यामला कल्याण कृष्ण द्वारा स्थापित यह संगठन महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करता है, विशेष रूप से वे जो वंचित और हाशिए पर हैं। समिति का उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य और आय सृजन पहल के माध्यम से उत्तर प्रदेश की महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाना है। इसके माध्यम से वंचित और हांशिए पर पड़ी महिलाओं और बच्चों की क्षमता विकास और सशक्तिकरण को सुविधाजनक बनाना है। साथ ही विशेष रूप से दूरदराज/ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षित लाभार्थियों तक सरकारी विकास योजनाओं की जानकारी, पहुंच और उपयोगिता को बढ़ाना है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मड़ावरा रोशनी यादव, आपदा विशेषज्ञ आरती सिंह, कलैक्ट्रेट की महिला कार्मिक व स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।

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