उत्तर प्रदेश

ललितपुर। वी-5 के अन्तर्गत विश्वकर्मा समाज के पंचरत्न लौहकार, काष्ठकार, ताम्रकार, स्वर्णकार, शिल्पकार आदि बन्धुओं ने नव वर्ष को वी-5 के अध्यक्ष विजय डयोडिया के मुख्य आतिथ्य में धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर समाज बन्धुओं द्वारा नगर के प्रमुख चौराहा वर्णी कालेज चौराहा पहुंच कर मुख्य अतिथि की अगुआई करते हुए फूलमालाओं एवं ढोल-नगाड़ों से जोरदार स्वागत किया। ततपश्चात रामप्रकाश झा छिपाई वालों के यहां सामाजिक एकता की मजबूती से सम्बन्धित गोष्ठी आयोजित की गई। इसी क्रम में जगदीश प्रसाद झा असउपुरा एवं पप्पू झा, राजेंद्र विश्वकर्मा के आवास पर कार्यक्रम में मौजूद समस्त समाज बन्धुओं का फूलमालाओं एवं मिष्ठान्न खिलाकर एक दूसरे को नए वर्ष की बधाई देते हुए आपसी भाईचारे की मजबूती का उदाहरण प्रस्तुत किया। विभिन्न वक्ताओं ने महत्वपूर्ण सुझाव देते हुये समय समय पर गोष्ठियों एवं बैठकों को करते रहने के सुझाव दिए गये। इस दौरान एड.रूपनारायण विश्वकर्मा, लक्ष्मीनारायण आचार्य, कैलाश नारायण झा, रमेश प्रसाद झा, रज्जन लाल झा, जिला पंचायत सदस्य अमर विश्वकर्मा घुटारी, आसाराम झा, लखनलाल विश्वकर्मा, मनोज झा, प्रेम नारायण झा, जगदीश झा, पत्रकार विकास सोनी, कमल विश्वकर्मा, अमरसिंह जमौरा, रामप्रकाश झा, अनुज सोनी, अखिलेश झा, राहुल बाबा, चंदन विश्वकर्मा, पप्पू झा आदि उपस्थित थे। संचालन ब्रजकिशोर झा एवं सत्येंद्र विश्वकर्मा ने संयुक्त रूप से किया।

साजिशन न/झूठा फंसाये जाने की नीयत से साधरण शिकायत के आधार पर एण्टी करप्शन / विजिलेन्स टीम द्वारा जबरन कार्यवाही ना की जाए

ललितपुर लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारी है जिसका संबंध जनता से सीधे होता है। जनता की भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याओं से संबन्धित संदर्भ निस्तारण हेतु लेखपाल के पास ही आते है। दो पक्षों के विवाद के निस्तारण संबंधी की गयी कार्यवाही से किसी एक पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है। पंचाचत / विकाश विभाग की विविध योजनाओं हेतु भूमि उपलब्ध कराने एवं अवैध अतिक्रमण की स्थिति में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से भी अतिचारी / प्रभावित व्यक्यिों के परिवार लेखपाल से दुश्मनी ठान लेता है और लेखपाल को क्षेत्र की राजनीति में घसीटने का भी प्रयास किया जाता है। इस प्रकार विधि विरूद्ध कार्य कराने में असफल एवं विविध कारणों से असंतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एण्टी करप्शन टीम द्वारा पकडवाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही

एण्टी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर वास्तविक तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकार्ता को उकसाकर स्वयं बोल-बोल कर शिकायती प्रार्थना पत्र लिखवाया जाता है और प्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फंसाने की विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है। अधिकांश प्रकरणों में शिकायत पत्र में उल्लिखित कार्य लेखपाल से संबंन्धित भी नही होता है और न ही लेखपाल द्वारा कोई रिश्वत की मांग की गयी होती है। लेखपाल को सामने मिलने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब/ हाथ/वाहन / कक्ष में पैसा रख दिया जाता है। टीम द्वारा जबरन पकडकर लेखपाल के हाथ में पैसा रखवाकर अथवा पाउडर लगाकर अथवा उपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकडकर पानी के गिलास में धुलवाये जाते है

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