कवि सम्मेलन/समागम,पुस्तकों का विमोचन, 6 को अयोध्या चलो पदयात्रा में आवाहन
बांदा आज दिनांक 5 दिसंबर 2024 को शहर स्थित हार्पर हाल के प्रांगण में श्री राम संकीर्तन मंडल के 16 वर्ष की पूर्णता पर श्रीमद् भागवत कथा के सप्ताह पर समापन तिथि के दिवस में 21 बटुक ब्राह्मण ऑन का यज्ञोपवीत संस्कार के आयोजन उपरांत विद्वान मनीषी पुरोधाओं संतो की मध्यस्थता में कवि श्रेष्ठ गानों का कवि सम्मेलन का भी आयोजन रखा गया है जिसकी अध्यक्षता डॉक्टर चंडिका प्रसाद दीक्षित ललित जी के द्वारा की गई। मुख्य अतिथि के रूप में प्रोo अश्विनी कुमार जी शुक्ला विभाग अध्यक्ष हिंदी पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय बांदा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सन्तोष पटेरिया।
डॉ ललित के द्वारा हिंदी भाषा की अनिवार्यता एवं समाज के हर वर्ग को प्रभावित करने की क्षमता को अद्वैत के समय से लेकर आज के समाज के लिए हिंदी के महत्व एवं गरिमा के बारे में एक व्याख्यान से कवि दरबार को संदेश देते हुए कवि श्रेष्ठ की नैतिक जिम्मेदारियां को भी शब्दशः स्पष्ट किया।
पुस्तकों के विमोचन के क्रम में, दो गया प्रसाद त्रिपाठी जी की कृति काव्यमृतम, भागवत गीतांजलि नामक पुस्तक। केवल प्रसाद द्विवेदी जी की रचना पंथी के भजन निर्गुण। पंछी जी की रचना चांद वाटिका एवं फुलवारी जैसी पुस्तक का भी विमोचन कार्यक्रम रखा गया।
डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित जी की वाणी से—-
उठे हैं शीश तो अहसान इसमें कौन सा है।
फटा है कोट तो अपमान इसमें कौन सा है।
लहू हम बाजुओं का बेच बेच जीते हैं, इसमें किसी के बाप का अहसान कौन सा है।।
संत समागम के परिदृश्य में भारतवर्ष की सबसे विशाल गौरक्षा समिति के संरक्षक एवं विशाल गौशाला के दायित्वों का निर्वहन कर रहे। स्वामी कृष्णानंद जी महाराज भूरी वालों का भी पदार्पण कार्यक्रम में हुआ। आम जन समुदाय ने स्वामी जी महाराज का स्वागत अभिनंदन कर आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
कार्यक्रम के आयोजन भोले महाराज ने संपूर्ण जनपद ही नहीं बुंदेलखंड के समस्त नागरिकों का आवाहन करते हुए बताया है कि श्री राम नाम संकीर्तन के 16 वर्ष की पूर्णता पर भगवान रामचंद्र के दर्शन हेतु अयोध्या चलो पद यात्रा में अपनी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।