तीन साल में रकम दोगुनी करने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी
लाखों रुपये ठगे जाने के बाद पीडि़त ने दर्ज करायी एफआईआर
संगठित गिरोह बनाकर करोड़ों की कम्पनी खड़ी करने का भी आरोप
ललितपुर। तीन साल में रकम दोगुनी करने का लालच देकर करीब तीन करोड़ रुपये की फर्जी कम्पनी खड़ी करने और रुपये वापस न लौटने का आरोप लगाते हुये तीन महिलाओं समेत नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी है। एसपी को दिये गये शिकायती पत्र पर दर्ज की गयी इस एफआईआर के बाद एलयूसीसी जैसे ही एक और बड़े स्कैम का पर्दाफाश हो सकता है।
शहर क्षेत्र के सिविल लाइन निवासी शैलेन्द्र जैन पुत्र रूपचंद्र जैन ने एसपी को दी तहरीर में बताया कि विगत वर्ष 2023 के माह दिसम्बर में ग्राम बरौदा बिजलौन व हाल बी-बाजार के पास सिविल लाइन निवासी महेन्द्र सिंह व रामजी पुत्रगण देशपत लोधी उसके घर आये और बोले कि वह एमआई लाइफ स्टल कम्पनी का संचालन कर रहे हैं, जिसमें तीन साल में रुपया दोगुना हो जायेगा। बताया कि बालाजी ट्रांस्पोर्ट में भी पार्टनर ग्राम गनगोरा के मजरा पटपुरा व हाल पिसनारी चौराहा निवासी कल्यान सिंह पुत्र सिनाम सिंह व उनकी पत्नी गुड्डी, साले रेलवे कालोनी लोको पायलट झांसी चन्दन सिंह पुत्र किशोरी भी पार्टनर हैं। बताया कि कम्पनी में रुपया लगाने पर तीन साल में दोगुना हो जायेगा। योजना समझ न आने पर जब पीडि़त ने रुपया लगाने से इंकार किया तो उक्त लोग फिर से 10 दिन बाद महेन्द्र सिंह, रामजी पुत्रगण देशपत, सीता पत्नी महेन्द्र, हरकुंवर पत्नी देशपत, कल्यान पुत्र सिरनाम, गुडडी, चन्दन सिंह पुत्र किशोरीलाल, सावरकर चौक पुष्पबिहार कालोनी बीना जिला सागर निवासी हेमन्त पुत्र बारेलाल, बबीना झांसी के राजीव कुमार पुत्र भरत सिंह उसके घर एकराय होकर आये और फिर से विश्वास दिलाया कि तीन वर्ष में उनकी रकम को दोगुना कर देंगे। कम्पनी में मड़वारी निवासी देवेन्द्र सिंह पुत्र खिलान सिंह, ननौरा निवासी राकेश पुत्र बृषभान सिंह ने भी 95 लाख रुपये लगाये हैं, उनका रुपया भी तीन वर्षों में दोगुना करके वापस देंगे। आरोप है कि उक्त लोगों ने साजिश व षडय़ंत्र कर फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसका रुपया धोखाधड़ी कर हड़प लिया। बताया कि पीडि़त ने दो बार बारी-बारी से 4 लाख व 3 लाख रुपया नकद दिये, जिसके एवज में महेन्द्र ने आईडीबीआई शाखा सिविल लाइन ललितपुर के खाता संख्या 1468104000078676 का एक चैक संख्या 155722 मुबलिग 3 लाख रुपये अपने हस्ताक्षर करके दिया एवं सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा वर्णी जैन इण्टर कॉलेज ललितपुर का खाता संख्या 00000003031102563 का चैक संख्या 005827 मुबलिग 1 लाख रुपये एवं 005828 मुबलिग 1 लाख रुपये का हस्ताक्षर करके दिया। पीडि़त ने बताया कि महेन्द्र सिंह ने अपने भाई रामजी व रिश्तेदार कल्यान सिंह के साथ मिलकर फर्जी कम्पनी बनाकर व ट्रांस्पोर्ट में रुपया लगाकर अपने साथियों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह बनाकर लोगों का कम्पनी में हिस्सा बनाने के नाम पर गरीबों के साथ षडय़ंत्र व धोखाधड़ी कर उनका रुपया हड़प कर लिया है। आरोप है कि करीब 3 करोड़ रुपया एकत्र कर उक्त लोग घर छोड़कर भागे हुये हैं। बताया कि बीती 8 दिसम्बर 2024 को सुबह करीब 11 बजे पीडि़त अपने रिश्तेदार व मित्र देवेन्द्र व राकेश के साथ महेन्द्र के घर पहुंचा और रुपया वापस मांगा तो उक्त लोगों ने गालियां देते हुये रुपये हड़प लेने की धमकी दी। पीडि़त की तहरीर व एसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने उक्त लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 338, 336 (3), 319 (2), 318 (4), 316 (2), 352, 340 (2) के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।