चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी में युवक की माैत का बड़ा खुलासा
चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के हाॅस्टल में नशे की ओवरडोज से माैत के मामले की अब परतें खुलनी शुरू हुई हैं। रिमांड के दाैरान आर्यन प्रभात व परीक्षित काैशल ने खुलासा किया कि यह पहला मामला नहीं था जब विकास ने हाॅस्टल में रुका हुआ।
दोनों ने बताया कि विकास अक्सर हाॅस्टल में आता था। यहां रात को रुकने के साथ ही वह अलग-अलग दोस्तों के साथ पार्टी किया करता था। सोमवार को पार्टी के लिए वह कुल्लू से ही चरस लाया था, जिसे इन्होंने शराब पीने के बाद सिगरेट में भरकर पीया था। वीरवार को एक दिन का रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
दोस्तों के साथ किया था नशा
सोमवार रात को करीब साढ़े नौ बजे कुल्लू निवासी विकास पीयू के हॉस्टल नंबर-सात के कमरा नंबर-93 में कुल्लू निवासी आर्यन प्रभात से मिलने के लिए आया था। इस दौरान शिमला निवासी परीक्षित कौशल भी वहां मौजूद था। तीनों ने रात में शराब पी और इसके बाद चरस का नशा किया। नशे की ओवरडोज के कारण विकास की मौत हो गई। जांच के दौरान आर्यन व परीक्षित के मोबाइल फोन से मिले वीडियो के बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कर दोनों युवकों को एक दिन के रिमांड पर लिया था।
वीरवार को रिमांड के दौरान आर्यन व परीक्षित ने बताया कि विकास सोमवार को हॉस्टल के रूम पर खुद आया था। इसके बाद तीनों ने शराब पी और उसके बाद चरस का नशा किया। विकास अक्सर हॉस्टल आता था और कई बाद रुकता था। ऐसे में वह कई रजिस्टर पर एंट्री नहीं करता था। इसी तरह सोमवार को भी वह बिना एंट्री किए हॉस्टल में आ गया। हॉस्टल में आने बाद ही आर्यन के रूम पर विकास और परीक्षित की दोस्ती हुई। तीनों में बातचीत के दौरान पार्टी का प्रोग्राम बना। शराब पीने के बाद विकास ने आर्यन व परीक्षित को बताया कि वह चरस लेकर आया है और फिर तीनों ने शराब के साथ सिगरेट में भरकर चरस का भी नशा किया। नशे की ओवरडोज के कारण ही विकास की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं, बुधवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि विकास की मौत नशे की ओवरडोज और दम घुटने से हुई है।
इन सवालों के जवाब अब भी बाकी
- विकास अगर कुल्लू से नशा लेकर आता था तो वह किन किन युवकों इसकी सप्लाई करता था।
- इससे पहले कब कब विकास हॉस्टल में आया और किस किस के कमरे पर रुका।
- हॉस्टल आने पर क्या कभी विकास की रजिस्टर पर एंट्री हुई भी या नहीं।
- हॉस्टल में बिना एंट्री के ऐसे कैसे प्रवेश कर लिया जाता है।
- रजिस्टर में एंट्री के बिना हॉस्टल में पकड़े जाने पर क्या कार्रवाई हो सकती है।
- अब तक हॉस्टल में कब कब लड़कों को पकड़ा गया और उन पर क्या कार्रवाई हुई।
पुलिस ने पीयू प्रशासन को लिखा पत्र
पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच के लिए पुलिस को हॉस्टल परिसर समेत यूनिवर्सिटी में अभी और जांच करनी है। इस संबंध में पुलिस ने पीयू प्रशासन को पत्र लिखा है ताकि जांच में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
मौत के बाद टूटी पीयू प्रबंधन की नींद, हॉस्टल में की जांच
हॉस्टल में विकास की मौत के बाद पीयू प्रबंधन की नींद टूट गई है। घटना का पता लगने के बाद डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) ने सभी वॉर्डन की बैठक बुलाकर निरीक्षण के लिए दो टीमों का गठन किया था। टीमों ने बुधवार रात 10 से 11 बजे तब हॉस्टल नंबर दो और पांच में छापा मारा था। इस दौरान टीम को कमरों में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।
डीएसडब्ल्यू ने हॉस्टल में निरीक्षण की प्रक्रिया को बढ़ा दिया है और हर सप्ताह चेकिंग के निर्देश दिए हैं। डीएसडब्ल्यू ने छात्र परिषद के साथ वीरवार को बैठक की और सुधार के लिए सुझाव मांगें। परिषद ने गर्ल्स हॉस्टल की तरह बाॅयज हॉस्टल में भी गार्ड के साथ एक अटेंडेंट तैनात करने की अपील की। बॉयज हॉस्टल में अभी रिसेप्शन पर एक गार्ड तैनात रहता है।
वॉर्डन की ओर से हॉस्टल में रह रहे सभी छात्रों की जानकारी ली जा रही है ताकि प्रबंधन को सभी के आने-जाने की जानकारी रहे। पीयू प्रबंधन ने आउटसाइडर के हॉस्टल में प्रवेश करते समय तैनात गार्ड से एंट्री न करने को लेकर जवाब तलब किया था, इस पर गार्ड ने कहा कि रिसेप्शन, गेट से लेकर गलियारे का चार्ज उसके पास है। ऐसे में जिस समय वह रिसेप्शन पर नहीं हो, उस समय आउटसाइडर प्रवेश कर गए होंगे।