ईरान के सुप्रीम कोर्ट में फायरिंग, हमलावर ने दो जजों को उतारा मौत के घाट
तेहरान: ईरान के सुप्रीम कोर्ट के परिसर में शनिवार को हुए एक हमले में दो जजों की हत्या कर दी गई। हमले में एक जज घायल भी हुए हैं। ईरान की राजधानी तेहरान में हुई इस घटना को अधिकारियों ने आतंकवादी हमला करार दिया है। बताया गया है कि हमलावर ने हमले को अंजाम देने के बाद आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालांकि उसे ऐसा करने से रोकते हुए सुरक्षाबलों ने हिरासत में ले लिया। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने सुप्रीम कोर्ट की इमारत के आसपास भी सिक्योरिटी बढ़ा दी है।
ईरानी सुप्रीम कोर्ट की मिजान वेबसाइट ने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों को निशाना बनाया गया। उनमें से दो की जान चली गई और एक घायल हो गए। स्थानीय मीडिया ने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के जिन जजों की इस हमले में जान गई है, उनकी पहचान जस्टिस मोहम्मद मोगीसेह और होजातोलेसलाम अली रेजिनी के रूप में हुई है। ये दोनों ईरानी न्यायपालिका के दोनों वरिष्ठ जजों में शामिल थे।
हमले से सकते में ईरान
इस हमले में घायल हुए तीसरे जज की पहचान उजागर नहीं की गई है। उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया है कि हमलावर खुद को गोली मारना चाहता था लेकिन समय रहते सुरक्षा बलों ने उसे दबोच लिया। दिनदहाड़े हुए इस हमले ने देश में न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर व्यापक चिंता पैदा कर दी है।
अधिकारियों ने कहा है कि हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए पूरी जांच शुरू कर दी गई है। हमले के मकसद के बारे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। अभी तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि हमला किस मकसद से किया गया था। हमले में मारे गए दोनों जज 80 और 90 के दशक में ईरान में इस्लामी शासन के विरोध से जुड़े प्रदर्शनों में अपनी भूमिका के लिए भी पहचान रखते थे।