पीडब्लूडी विभाग द्वारा डामरीकरण कार्य में अनियमितताएं, जीएसबी का नहीं हो रहा इस्तेमाल

– योगी सरकार के गड्ढा मुक्त सड़क अभियान पर खतरा, ठेकेदार और जेई हो रहे मालामाल
चित्रकूट। योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्त सड़क बनाने की घोषणा के बावजूद चित्रकूट जिले के कर्वी विकासखंड के ग्राम अकबरपुर के भरतकूप-टिटिहरा रोड पर चल रहे डामरीकरण कार्य में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। पीडब्लूडी विभाग के द्वारा किए जा रहे इस निर्माण कार्य में न तो आवश्यक जीएसबी का उपयोग किया जा रहा है और न ही गुणवत्ता मानकों का पालन हो रहा है। इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि गड्ढा मुक्त सड़क का सपना कैसे पूरा होगा।भरतकूप-टिटिहरा रोड पर चल रहे डामरीकरण कार्य में प्रमुख रूप से जीएसबी का अभाव देखा जा रहा है, जो कि सड़क की मजबूती और गुणवत्ता के लिए आवश्यक होता है। जेई और ठेकेदारों की मिलीभगत के कारण इस काम में यह महत्वपूर्ण सामग्री गायब हो गई है।जीएसबी का इस्तेमाल सड़क के जीवनकाल को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी होता है, लेकिन पीडब्लूडी विभाग ने इसे नजरअंदाज किया है।वही पीडब्लूडी विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) और ठेकेदार के बीच मिलकर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। गुणवत्ता में समझौता कर सस्ते और घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। सड़क की डामरीकरण में जो बीस एमएम साइज के पत्थर डालने चाहिए थे, वह कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार की योजनाओं का फायदा जनता तक सही तरीके से पहुंच रहा है।योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्त सड़क बनाने का बड़ा दावा किया है, लेकिन चित्रकूट जिले में हो रहे इन निर्माण कार्यों ने उस पर सवाल उठाने का मौका दे दिया है। अगर ऐसे ही कार्य होते रहे तो उत्तर प्रदेश की सड़कों की हालत और भी खराब हो सकती है। जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द से जल्द इस मामले की जांच करे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि जनता का विश्वास बना रहे।चित्रकूट की इस स्थिति से यह साफ हो गया है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो योगी सरकार के गड्ढा मुक्त सड़क के सपने पर पानी फेर रहे ठेकेदार व जेई।