बिजली की एचटी लाइनें दे रहीं हादसों को न्यौता
हमीरपुर :– ग्रामीण क्षेत्रों में डाली गई बिजली लाइनों का मकड़जाल फैला है।बिखरी जर्जर हाई टेंशन लाइनों के तार कई बार टूट कर गिरने से हादसे हो चुके हैं। शिकरी गांव में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना से करीब 19 वर्ष पूर्व हाईटेंशन लाइन बिछाई गई थी। शिकरी गांव में रामकिशोर के मकान से परशुराम के घर तक मेन रास्ते में बिजली के तारों का जाल बिछा हुआ है। पूरे गांव में दस केबी के तीन ट्रांसफार्मर रखे हैं,लोड जादा होने के कारण आए दिन केबिन ख़राब होती है। जयसिंह ने बताया कि एक ट्रांसफार्मर से तीस घरों कनेक्शन दिए हैं । पूरे गांव में करीब 130 कनेक्शन है,केबिल डोरी जर्जर तार व जाल नीचे लटक रहे हैं, यह जाल लोगों के घरों व खरपैल में रखे हैं ,कई बार बड़े हादसे टल चुके हैं। गोविंद सिंह ने बताया कि झूलते तारों की वज़ह से शादी आदि अवसरों पर डीजे घरों तक नहीं पहुंच पाते हैं। करीब चार वर्ष पूर्व हाईटेंशन जर्जर तार टूट कर गिर गया था।घर के बाहर सो रहा किसान बाल बाल बच गया था। ग्रामीणों का कहना है कई बार लिखित व आनलाइन शिकायत विभागीय अधिकारियों से कर चुके हैं ग्रामीण बीर सिंह, संजीव कुमार, संदीप दीक्षित, राजाराम, सन्तोष दीक्षित, पप्पू सिंह आदि लोगों ने बताया कि मई जून महीने में घरों तक भूसे से भरी बैलगाड़ी व ट्राली घरों तक नहीं पहुंच पाती है। ग्रामीणों ने एक्सियन एम डी से हाईटेंशन लाइन बदले की मांग की है,उधर जेई जितिन सोनी से सम्पर्क किया तो उनका फोन सुच आफ बता रहा है। प्रधान प्रतिनिधि संजय पाल ने बताया विभाग की उदासीनता के कारण हाइटेंशन लाइन नहीं बदली जा रही है।
वहीं कुन्हेटा गांव का हाल भी कुछ कम नहीं है।यहां बीते दो सालों में घरों के ऊपर झूलते हाईटेंशन तारों से चार मौतें हो चुकीं हैं ,लेकिन जिम्मेदारों ने अभी तक हुई इन घटनाओं से कोई सीख नहीं ली है।