जमीनी विवाद में पूरे परिवार से मारपीट, घर में तोडफ़ोड़
पीडि़ता की तहरीर पर छह महिलाओं समेत चौदह पर एफआईआर दर्ज
ललितपुर। जमीन हड़पने के सम्बन्ध में शासन स्तर पर मुख्यमंत्री से शिकायत करने पर जांच करने पहुंचे एसडीएम ललितपुर व लेखपाल ने जमीन नाप कर सामग्री हटाने के लिए समय दिया था। इसी प्रकरण में विपक्षियों द्वारा एकराय होकर गालियां देकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देते हुये घर गृहस्थी के सामान की तोडफ़ोड़ करने का मामला प्रकाश में आया है। प्रकरण को लेकर थाना कोतवाली पुलिस ने छह महिलाओं समेत चौदह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम दैलवारा में रहने वाली सीमा पत्नी धनीराम कुशवाहा ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसने मुख्यमंत्री व आलाधिकारियों से गांव के दबंग लोगों के खिलाफ जमीन हड़पने को लेकर शिकायत की थी। प्रकरण को लेकर 2 जनवरी 2025 की शाम करीब 4 बजे उप जिलाधिकारी ललितपुर व लेखपाल मौके पर जांच करने पहुंचे, जहां मौके पर पैमाइश कर पीडि़ता की जमीन नाप कर उक्त लोगों को सामग्री हटाने के लिए समय देकर चले गये थे। आरोप है कि इसी रंजिश को लेकर उसी दिन शाम करीब 7 बजे जब वह घर में थी तो लक्ष्मन पुत्र गनेश, बाबूलाल, रामसिंह, जगदीश, राजू पुत्रगण लक्ष्मन, ममता पत्नी बाबूलाल, सगुन पत्नी रामसिंह, गायत्री पत्नी जगदीश, मानकुंअर पत्नी राजू, पुष्पेन्द्र, छोटू पुत्रगण बाबूलाल, दीपक पुत्र जगदीश, कमला पत्नी पुष्पेन्द्र, सोनम पत्नी दीपक ने एकराय होकर लाठी-डण्डों से उसके घर में घुसकर गालियां देते हुये मारपीट कर दी। मौके पर पीडि़ता की पुत्री रीना व सास गुलाबरानी पत्नी लल्लू बचाने पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट करते हुये घर-गृहस्थी का सामान तोडफ़ोड़ कर दिया। शोरगुल होने पर पहुंचे ग्रामीणों ने जब उक्त लोगों को ललकारा तो उक्त लोग जान से मारने की धमकी देते हुये भाग गये। यह भी आरोप लगाया कि उक्त लोग उसकी जमीन पर जबरन कब्जा करने की धमकी देते गये। पुलिस ने पीडि़त की तहरीर पर उक्त लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191 (2), 333, 352, 115 (2), 324 (4), 351 (3) के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।