छत्तीसगढ़

साय सरकार ने सीवरेज प्लांट को दी मंजूरी, हसिया नदी की होगी सफाई

मनेंद्रगढ चिरमिरी भरतपुर: दशकों से हसिया नदी प्रदूषण की चपेट में है. प्रदूषण की वजह से नदी की धारा कम हो गई है. पानी में गंदगी का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है. घरों ने निकलने वाला गंदा पानी और ड्रेनेज का पानी जाकर इसमें मिलता है. हसिया नदी एससीबी से निकलकर हसदेव नदी में जाकर मिलती है. इस तरह से हसिया नदी का पानी हसदेव के पानी को भी खराब कर रहा है. इसके समाधान के लिए सरकार ने नगरपालिका को सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए 10 करोड़ 60 लाख की राशि स्वीकृत की है.

हसिया नदी की होगी सफाई: सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का जैसे ही ऐलान हुआ वैसे ही इसको लेकर अब श्रेय की राजनीति शुरु हो गई है. नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल का कहना है कि वो लंबे वक्त से इस काम के लिए लड़ाई लड़ रही थीं. उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि आज सरकार ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को मंजूरी दी है. बीजेपी का कहना है कि सरकार में आते ही हमने जो भी जरुरी काम थे उसको प्राथमिकता से पूरा करना शुरु किया है, ये हमारी उपलब्धि है.

ये बीजेपी सरकार की उपलब्धि है. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय इस योजना को तैयार किया गया था. अब भाजपा सरकार ने इसे स्वीकृति दी है. कांग्रेस इसे जबरन अपनी उपलब्धि बताने की कोशिश कर रही है. – सरजू यादव, नेता प्रतिपक्ष

ड्रोन सर्वे और कई दौर की बैठकों के बाद हसिया नदी की सफाई के लिए एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का प्रस्ताव तैयार किया गया. वार्ड 8, 11, 21 और 22 से निकलने वाले गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए शुद्ध किया जाएगा, यह मेरी मेहनत का नतीजा है. – प्रभा पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष

श्रेय की राजनीति शुरु: भले ही बीजेपी और कांग्रेस हसिया नदी की सफाई को लेकर अपने अपने दावे कर रही है. पर सच ये है कि सालों से गंदे पानी से जूझ रही अब हसिया नदी के दिन फिरने वाले हैं. इसका सबसे ज्यादा फायदा एमसीबी के लोगों को मिलेगा.

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