उत्तर प्रदेश

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में अधिक से अधिक इकाइयां लगाने के भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं और इस क्षेत्र में विभाग द्वारा उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं।प्रधानमन्त्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन के तहत भारत सरकार द्वारा उ0प्र0 हेतु के लिए निर्धारित 14 इन्क्यूबेशन सेन्टर/कॉमन फैसिलिटी सेन्टर की स्थापना कर दी गयी है जिनकी परियोजना लागत 47.00 करोड़ है।, जिसमें प्लाण्ट मशीनरी की आपूर्ति की जा रही है, इसके माध्यम से लगभग 15000 महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने हेतु परोक्ष/अपरोक्ष रूप से लाभान्वित किया जायेगा। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 हजार स्वंय सहायता समूहों की‌ महिलाओं को कार्यशील पूंजी एवं छोटे औजारों की खरीद हेतु राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं राज्य शहरी आजीविका मिशन को धनराशि रू0 30.00 करोड़ की धनराशि की लिमिट प्रदान की गयी है। योजनान्तर्गत पीएम एफएमई के एम०आई०एस० वेब पोर्टल पर 46897 उद्यमियों का पंजीकरण कराया गया है। पंजीकरण के सापेक्ष वेब पोर्टल पर अब तक 32176 आवेदन प्राप्त हुए और प्राप्त आवेदनों के सापेक्ष बैंक द्वारा कुल 13933 परियोजनाओं हेतु ऋण स्वीकृत किया गया है।इस स्वीकृत इकाईयों को रू. 3-10 लाख तक की अनुदान की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस योजना के तहत लगभग 1500 करोड़ का निवेश हुआ है।और इस योजना के माध्यम से लगभग 1लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।

निमंत्रण देने के साथ ही मंत्री आशीष पटेल और कपिल देव अग्रवाल ने महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले मंत्री आशीष पटेल और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने रविवार को त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नल्लू से मुलाकात की। इस औपचारिक बैठक में दोनों मंत्रियों ने राज्यपाल को प्रयागराज महाकुंभ 2025 में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

मुलाकात के दौरान मंत्रियों ने महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2025 भारतीय परंपरा, संस्कृति और एकता का प्रतीक है, जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी नल्लू ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए आयोजन की सराहना की और कहा कि महाकुंभ भारतीय सभ्यता की महान धरोहर है।

इसके बाद, उत्तर प्रदेश के दोनों मंत्रियों ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को औपचारिक निमंत्रण देते हुए उन्होंने महाकुंभ 2025 के आयोजन के महत्व पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया और आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति का अद्वितीय पर्व है और इसे सफल बनाने में सभी को योगदान देना चाहिए।

महाकुंभ 2025 के प्रचार-प्रसार के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कल, 23 दिसंबर 2024 को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में एक भव्य रोड शो का आयोजन करेगी। इस रोड शो का उद्देश्य स्थानीय नागरिकों को महाकुंभ की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता से अवगत कराना है। रोड शो के माध्यम से लोगों को इस आयोजन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

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