पीली कोठी गुरुद्वारे में,संत चेतनदास जी का 53 वाँ निर्वाण महोत्सव
बांदा –पीली कोठी गुरुद्वारा में बड़े भक्तिभाव से मनाया गया संत चेतनदास जी का 53 वाँ निर्वाण महोत्सव।
गत वर्षों की भाति इस वर्ष भी ऋषि बामदेव की बाँदा नगरी के संत धन धन बाबा चेतनदास जी का 53 वाँ निर्वाण महोत्सव बड़ी श्रद्धा भक्तिभाव से पीली कोठी श्री गुरुद्वारा साहेब में मनाया गया ।
इस महोत्सव पर प्रेम प्रकाश आश्रम कानपुर के संत भोलाराम जी पधारे। बाँदा के समाज के लोगों ने संत जी का पुष्प माला से स्वागत किया और शाल पहनाकर आर्शीवाद लिया।
संत भोलाराम जी ने सत्संग प्रवचन में फरमाया कि दोष दूसरों के नहीं अपने दोष देखें । इस पर महात्मा बुद्ध व सूरदास जी का प्रसंग भी सुनाया । जितने कणके रेत के उतने अवगुण मोहि, कहि टेऊँ गुरु बक्श ले शरण पड़ा हूँ तोहि ।
संत चेतनदास जी पर प्रकाश डालते हुए बाँदा के सांई अमरलाल ने कहा कि संत जी हर दुवादशी गरीबों का भन्डारा करते थे बाकी दिन जरुरत मंदों के लिए सत्तू का भोजन कराते थे उनके द्वार से कोई खाली नहीं जाता था।
पाठों का समापन हुआ सबने श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर रुमाला साहिब चढाया, आरती पूजा अर्चना कर सबकी सुख शांति की अरदास की गई।
अंत संत जी की धुन्नी कीर्तन गाया धन-धन चेतनदास हैं , धन धन चेतनदास
सभी श्रद्धालुओं ने संत जी चरणों में माथा टेका और भोजन भन्डारे में कड़ी चावल ,रोटी ,बूंदी ,देशी का हलुआ आदि भोजन प्रसादी का आनंद लिया।