एलयूसीसी का एटीएम खुलवाने वाला शातिर ठग चढ़ा पुलिस के हत्थे
मड़ावरा में ब्रांच मैनेजर बनकर करता था लोगों को गुमराह
भारी मात्रा में दस्तावेज, बाइक, मोबाइल रुपयों के अलावा बहुतायत में मिली सामग्री
ललितपुर। एलयूसीसी कम्पनी बनाकर करोड़ों-अरबों रुपयों की ठगी करने वाले शातिर महाठगों के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ रही है। एलयूसीसी के मुख्य संचालक रवि तिवारी, उसके भाई राहुल तिवारी के साथ-साथ करीब ड़ेढ़ दर्जन से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इसी क्रम में रविवार को ललितपुर व महरौनी पुलिस ने स्वाट टीम के साथ षडय़ंत्र पूर्वक कूटरचित दस्तावेज बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर एलयूसीसी में रुपयों का निवेश कराने वाले 25 हजार रुपये के इनामियां अभियुक्त को पकडऩे में सफलता हांसिल की है। पकड़े गये शातिर ठग को एलयूसीसी कम्पनी से मड़ावरा का ब्रांच मैनेजर बताया गया, जिसने मड़ावरा में एलयूसीसी का एटीएम भी खोला था।
गौरतलब है कि प्रदेश के बड़ी धनराशि के गबन मामलों में शुमार हुये बुन्देलखण्ड के ललितपुर जिले से एलयूसीसी प्रकरण की जांच भले ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है। लेकिन ललितपुर पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक भी ताबड़तोड़ कार्यवाहियों को अंजाम देते हुये इस करोड़ों-अरबों रुपयों के घोटाले को उजागर करते हुये निवेशकों को राहत पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। रविवार को एडीजे कानपुर जोन, डीआईजी झांसी व एसपी ललितपुर मो.मुश्ताक के आदेश पर एएसपी अनिल कुमार व सीओ सदर अभय नारायण राय के निकट पर्यवेक्षण में ललितपुर व महरौनी पुलिस ने स्वाट टीम की मदद से बीएनएस की धारा धारा 111, 318, 61(2), 351(3), 352 बीएनएस एवं 3/21 अविनियमित जमा योजना निक्षेप अधिनियम में 25 हजार रुपये के इनामियां बदमाश अजमेरी कालोनी मड़ावरा निवासी मुकेश कुमार जैन पुत्र स्व.भागचंद्र जैन को एन.एच.-44 महरौनी कट अण्डर पास से हिरासत में लिया है।
पकड़े गये मुकेश जैन ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात रवि तिवारी व आलोक जैन से ललितपुर में हुयी थी। उक्त रवि तिवारी व आलोक जैन ने उसे एलयूसीसी कम्पनी के बारे में बताते हुये लोगों का अधिक से अधिक धन निवेश कराने पर मोटा कमीशन और वाहन देने का प्रलोभन दिया था। बताया कि रवि तिवारी व आलोक जैन ने उसे एलयूसीसी का मड़ावरा में ब्रांच मैनेजर बना दिया, जहां उसने ब्रांच ऑफिस खोलकर लोगों को गुमराह कर डूब क्षेत्र के मुआवजे का रुपया कम्पनी की लोक-लुभावनी योजनाओं को बताते हुये निवेश कराया। मुकेश जैन ने यह भी बताया कि उसने अपने ऑफिस में एलयूसीसी का एटीएम भी लगवाया था, जिससे लोग प्रभावित होकर और अधिक निवेश करें। बताया कि लोगों का रुपया निवेश कराने पर उसे मिले मोटे कमीशन से उसने गाडिय़ां, मोटर साइकिलें व जमीनें खरीदी हैं। पुलिस के अनुसार मुकेश कुमार जैन का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। पच्चीस हजार रुपये का इनामियां बदमाश एलयूसीसी का मड़ावरा बैंक मैनेजर मुकेश कुमार जैन को पकडऩे वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रमेशचंद्र मिश्रा, निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, निरीक्षक जर्नादन यादव, निरीक्षक अरविन्द कुमार सिंह, निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह, निरीक्षक निर्भयचंद्र व स्वाट टीम प्रभारी उ.नि. अतुल तिवारी शामिल रहे।