पिहानी के माँ इच्छापूर्णी रामजानकी मंदिर में चल रहा है श्री राम विवाह महोत्सव
पिहानी । माँ इच्छापूर्णी रामजानकी मंदिर में चल रहे श्री राम विवाह महोत्सव में रामबारात के आगमन पर वरमाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीता जी द्वारा श्री राम को वरमाला पहनाते ही पाण्डाल जय जयकारों से गूँज उठा, लोगों ने पुष्पवर्षा कर वातावरण को भक्तिमय कर दिया।
नगर में चल रहे श्री राम विवाह महोत्सव देखने लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। राम बारात के आगमन पर वरमाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कलाकारों ने सजीव मंचन करते हुए दिखाया कि जब किशोरी जी श्री राम को वरमाला नहीं पहना पाई तो उन्होंने उनके छोटे भाई लखन से सहायता माँगी, जिस पर लक्ष्मण जी बड़े भाई राम के चरणों पर दण्डवत हो गये, ज्यों ही श्री राम उन्हें उठाने को झुके, मौका पाकर सीता जी ने रामचन्द्र के गले में वरमाला डाल दी। वरमाला पड़ते ही पूरा पाण्डाल सियावर रामचन्द्र की जय उद्घोष से गूँज उठा। देवी देवताओं के स्वरुप में सजीव झांकियों ने पुष्पवर्षा कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में मौजूद श्रद्धालुओं ने अक्षत, पुष्पों से सीता राम भगवान का पूजन अर्चन किया। मंत्रोच्चारण अयोध्या से पधारे आचार्य प्रकाश चन्द्र महाराज ने किया। वरमाला कार्यक्रम के समापन पर भण्डारा प्रसाद का वितरण किया गया।
वहीं रामकथा प्रसंग के अन्तर्गत व्यास प्रकाश चन्द्र महाराज ने श्री राम की बाल लीलाओं का मनमोहक वर्णन करते हुए कहा, कि भगवान् भक्त के अनुरूप ही लीला करते हैं,श्री राम मदारी के रुप में पहुंचे भगवान शंकर के साथ हनुमान को देखकर हठ कर बैठे। उनके भजन मैं तो लूगां बंदर लम्बी पूंछ वाला कौशिल्या जी के लाला मचल गये को श्रद्धालुओं ने खूब सराहा। श्री राम की बाल लीलाओं में हनुमान, कागभुशुण्डि की लीलाओं का गुणगान कथा व्यास ने किया। कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तथा रात्रि में 8 बजे से 10 बजे तक चलेगी। वैवाहिक कार्यक्रम के अंतर्गत ज्यौनार, कलेवा, चरण पादुका दर्शन आदि अनवरत रुप से 11 दिसम्बर तक चलेगें। 12 दिसंबर को रामार्चा व भंडारा होगा।