बीजापुर में माता रुक्मणी आश्रम के 34 बच्चे बीमार, एक की मौत
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के घनोरा में माता रुक्मणी आश्रम है. यहां रविवार रात को खाना खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी. उल्टी दस्त की शिकायत के बाद पहले 27 बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है. इसके बाद बीमार बच्चों की संख्या और बढ़ गई. अब कुल 34 बच्चे अस्पताल में भर्ती है. 8 बच्चे आईसीयू में है. घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम मंगलवार को आश्रम पहुंची और अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर चुकी है. आज जांच रिपोर्ट अफसरों को सौंपी जाएगी.
जगदलपुर पहुंचने से पहले बच्ची की मौत: ICU में भर्ती शिवानी तेलम नाम की बच्ची को सोमवार रात मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर किया गया था. मेडिकल कॉलेज जाने के दौरान भैरमगढ़ में शिवानी की मृत्यु हो गई. शिवानी तीसरी कक्षा की छात्रा है. वह तुमनार गांव की रहने वाली थी. शिवानी तेलम का शव बीजापुर जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखा गया है.
फूड प्वॉयजनिंग केस में अपडेट: दूषित भोजन खाने के बाद बीमार पड़े 35 बच्चों में से 12 बच्चों का इलाज अभी भी आईसीयू में चल रहा है. फूड प्वॉयजनिंग के चलते एक बच्ची की मौत हो चुकी है. छात्रों के परिजनों ने आश्रम अधीक्षिका पर पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मेन्यू के हिसाब से भोजन बच्चों को नहीं दिया जाता है. भोजन में एक्सपायरी डेट के पनीर और दूध का इस्तेमाल किया जाता है. परिजनों ने गंभीर आरोप लगाने के बाद जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
जिला प्रशासन ने बनाया जांच दल: धनोरा आश्रम में फूड प्वॉयजनिंग की घटना के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन की टीम ने जांच के दल गठित की है. जांच दल में पांच लोगों को रखा गया है. पांच सदस्यीय जांच टीम को लीड बीजापुर SDM जागेश्वर कौशल कर रहे हैं. जांच टीम में CMHO डॉक्टर BR पुजारी, AC आनन्द जी सिंह, DEO लखन लाल धनेलिया और खाद्य अधिकारी के नाम शामिल हैं. सभी सदस्यों ने धनोरा आश्रम का दौरा कर अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है. कल जिला प्रशासन को ये जांच रपोर्ट सौंपी जाएगी.
एक्शन में जिला प्रशासन: फूड प्वॉयजनिंग के शिकार बच्चों का हाल चाल और इलाज कर रहे डॉक्टरों से मिलने देर रात कलेक्टर संबित मिश्रा और एसपी जितेन्द्र यादव पहुंचे. दोनों ने अस्पताल में भर्ती बच्चों से बातचीत की और कन्या आश्रम की कमियों के बारे में जानकारी ली. कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत करने के बाद सीएमएचओ को निर्देश दिए हैं कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जाए. कलेक्टर ने ये भी कहा है कि बच्चों का खास ख्याल रखा जाए और समय समय पर उनके चल रहे इलाज को लेकर जिला प्रशासन को सूचित भी किया जाए.
खाना खाने के बाद बच्चों का पेट खराब होने से उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हुई. 35 बच्चे एडमिट हुए. सोमवार रात को दो बच्चों को झटके आने लगे जिसे जगदलपुर रिफर किया गया. रास्ते में एक बच्ची की मौत हो गई. बच्ची का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में किया गया. एसडीएम, डीएसपी, सहायक आयुक्त, सीएमएचओ और फूड सेफ्टी ऑफिसर ने जांच किया और सैम्पल लेकर गए हैं. जांच जारी है. जांच के बाद और पोस्टमॉर्टम के रिर्पोट के बाद वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी.: संबित मिश्रा, कलेक्टर
आज आश्रम जाएगा कांग्रेस का जांच दल: बीजापुर से कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के साथ पार्टी की सात सदस्यीय जांच टीम कल धनोरा आश्रम जाएगी. माता रुक्मणि देवी आश्रमें हुए फूड प्वॉजनिंग की घटना की जांच करेगी. जांच के बाद कांग्रेस की टीम विधायक दफ्तर पहुंचेगी. कांग्रेस पार्टी का जांच दल अस्पताल जाकर बच्चों से भी मुलाकात करेगी और परिजनों से जानकारी लेगी.
रविवार रात खाना खाने के बाद बच्चों की बिगड़ी तबीयत: बताया जा रहा है कि आश्रम में कुल 88 बच्चे हैं. सभी ने रात को खाना खाया था. खाना खाने के बाद बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. धीरे धीरे बीमार बच्चों की संख्या और बढ़ रही है. अब कुल 34 बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती हैं. जिनमें 8 बच्चे अब भी ICU में हैं. सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी ने बताया कि बच्चों की हालत पर डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए हैं. बच्चों का मलेरिया टेस्ट कराया गया है, जिसमें बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
आश्रम के सभी 88 बच्चों ने खाया था खाना: मंडल संयोजक बीजापुर भूपति नक्का ने बताया कि बच्चों और स्टाफ से पूछने पर उन्होंने बताया कि 88 बच्चों ने भोजन किया था. जिनमें से 35 बच्चे बीमार हुए थे, जांच की अनुशंसा की है.