चंडीगढ़ में कनाडा भेजने के नाम पर ठगी, युवती से लिए 10 लाख रुपए
चंडीगढ़। सेक्टर-34 स्थित ड्रीम वीजा इमिग्रेशन कंपनी ने लुधियाना निवासी युवती को कनाडा के टोरंटो में स्थित निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी दिलवाने के नाम पर करीब 10 लाख रुपये ठग लिए। पैसे देने के कई महीने बाद भी न तो वीजा लगवाया गया और न ही पैसे वापस किए गए। जब युवती इमिग्रेशन कंपनी के ऑफिस में पहुंची तो वहां एक नया ऑफिस खुला मिला। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई, जिसके आधार पर कंपनी संचालक सहित अन्य के खिलाफ सेक्टर-34 थाने में 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी शिकायत में दीपिका निवासी न्यू सतगुरु नगर लुधियाना ने बताया कि उसने बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई की हुई है और वह अपने शहर में ही पहले एक निजी अस्पताल में नौकरी करती थी। अब वह लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में नौकरी करती है। उसने एक दिन अखबार में विज्ञापन देखा, जिसके बाद वह भाइयों के साथ चंडीगढ़ ड्रीम वीजा तीसरी मंजिल एससीओ नंबर- 210 सेक्टर 34/ए स्थित कंपनी के ऑफिस में पहुंची। यहां कंपनी के प्रबंध निदेशक गुरविंद्र सिंह उर्फ गुरी मिला। उसने कहा कि वह पहले भी बहुत लोगों को कनाडा सहित अन्य कई देशों में स्टडी व वर्क वीजा पर भेज चुका है।विज्ञापन
कंपनी संचालक अपना ऑफिस बंद करके हुए फरार
गुरविंद्र ने कहा कि उसे कनाडा के टोरंटो सिटी स्थित एफिनिटी हेल्थ केयर अस्पताल में होम केयर सर्विसेज में नौकरी लगवा देगा। युवती के परिजनों ने अलग-अलग किस्तों में कंपनी के खाते में करीब 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने उसका मेडिकल व बायोमीट्रिक हाजिरी भी करवाई, जिसके लिए उन्होंने अलग से पैसे भी लिए। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कंपनी ने उसका वीजा नहीं लगवाया। जब एक दिन वह चंडीगढ़ स्थित ऑफिस में मिलने के लिए आई तो पता चला कि वहां ड्रीम वीजा का नहीं बल्कि कोई नया ऑफिस खुल गया था। ड्रीम वीजा वाले यहां से पहले ही जा चुके थे। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 120 (बी) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।